नेहा और पवन की प्रेम कहानी का दुखद अंत , पवन की मौत के बाद नेहा ने लगाई फांसी
इंदौर में corona ने एक प्रेम कहानी का दुखद अंत कर दिया, नेहा और पवन जिनकी 18 साल पहले कोरबा में दोस्ती हुई थी, अचानक ये दोस्ती प्यार में बदली और दोनों ने शादी कर ली, शादी के बाद से नेहा और पवन इंदौर में रह रहे थे, लेकिन कुछ दिनों बाद पवन कोरोना […]

इंदौर में corona ने एक प्रेम कहानी का दुखद अंत कर दिया, नेहा और पवन जिनकी 18 साल पहले कोरबा में दोस्ती हुई थी, अचानक ये दोस्ती प्यार में बदली और दोनों ने शादी कर ली, शादी के बाद से नेहा और पवन इंदौर में रह रहे थे, लेकिन कुछ दिनों बाद पवन कोरोना की चपेट में आ गए और उनकी दुखद मौत हो गई. इस सदमे को नेहा नहीं झेल पाई और नेहा ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
इंदौर। छत्तीसगढ़ के कोरबा से शुरू पवन और नेहा की प्रेम कहानी इंदौर में खत्म हो गई. पवन वन विभाग में रेंजर के पद पर तैनात था. वहीं नेहा एक निजी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर थी. कुछ दिनों बाद पवन अचानक कोरोना संक्रमित हो गए, जिसके बाद उन्हे भंवरकुआं के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन पवन की हालत में सुधार आने की बजाए, उनकी तबीयत लगातार और भी बिगड़ती गई, और इलाज के दौरान बुधवार को 36 साल के पवन की मौत हो गई
पवन की मौत का सदमा नेहा को इस कदर लगा की. वो कुछ बोल तक नहीं पा रही थी. और नेहा ने अपनी जीवन लीला को समाप्त कर दिया
अपने फ्लैट में नेहा ने लगाई फांसी
पवन की मौत के कुछ घंटे बाद परिजन पवन का शव अस्पताल से बड़वानी ले जाने की तैयारी कर रहे थे. तभी नेहा ने कहा कि उसे अपने फ्लैट जाकर वहां से कुछ कपड़े लेने हैं. वह भाई अनुराग को लेकर अपने फ्लैट के अपार्टमेंट पहुंची, और अपने भाई अनुराग को नीचे ही रहने को कहा, नेहा लिफ्ट के जरिए अपने कमरे में पहुंची. इसके बाद उसने फांसी लगा ली, और उसका भाई अनुराग नेहा का इंतजार करता रहा, जब काफी वक्त बीत जाने के बाद नेहा का भाई अनुराग फ्लैट में गया, जहां नेहा फांसी के फंदे पर लटकी मिली. जिसके बाद अनुराग ने इसकी सूचना पुलिस को दी.
पवन को बचा लो… नहीं तो मैं जान दे दूंगी
नेहा और पवन के बीच प्यार इतना गहरा था, कि वो अपने परिजनों से हमेशा कहती रहती थी. कुछ भी करो, लेकिन पवन को बचा लो, नहीं तो मैं खुद को कुछ कर लुंगी. नेहा ने उस वक्त जैसा परिजनों से कहा था. वैसा ही किया. और पवन की मौत के बाद नेहा ने आत्महत्या कर ली.
छत्तीसगढ़ के कोरोबा से 18 साल पहले शुरू हुई प्रेम कहानी का इंदौर में अंत
पवन की मां राजश्री पंवार बड़वानी के पाटी में खंड शिक्षा अधिकारी हैं, पिता भी शिक्षा विभाग में हैं. 18 साल पहले पवन और नेहा की पहली मुलाकात हुई थी. दोनों में काफी अच्छी दोस्ती भी हो गई. नेहा के पिता का बिलासपुर तबादला हुआ, तो पवन भी वहां पहुंच गया. दोनों की दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई. दोनों ने शादी का फैसला किया, और 5 साल पहले शादी कर ली. पवन वन विभाग में रेंजर के पद पर तैनात थे. तो नेहा भी इंदौर आ गई. और वो एक निजी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हो गई. इसके बाद से ही दोनों का जीवन अच्छा गुजर रहा था. लेकिन corona ने परिवार की खुशीया छींन ली. पवन की कोरोना से मौत के बाद ये सदमा नेहा नहीं झेल सकी. और आखिरकार सुबह करीब 10:30 बजे नेहा ने अपने ही फ्लैट में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.