राम मंदिर निर्माण में इस तकनीक से किया जा रहा नींव भराई का कार्य
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी है. साथ में कुछ फोटो भी शेयर की उन्होंने कहा कि लगातार चली खुदाई के बाद विशेषज्ञों की सलाह से यह निर्णय किया गया कि नींव भराई का कार्य रोलर कंपैक्टेड कंकरीट तकनीक से किया जाएगा. अयोध्या : मर्यादा […]

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी है.
साथ में कुछ फोटो भी शेयर की उन्होंने कहा कि लगातार चली खुदाई के बाद विशेषज्ञों की सलाह से यह निर्णय किया गया कि नींव भराई का कार्य रोलर कंपैक्टेड कंकरीट तकनीक से किया जाएगा.
अयोध्या : मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की पावन नगरी में राम जन्मभूमि परिसर में भव्य राम मंदिर निर्माण का कार्य तेज गति से चल रहा है. लगभग 12,0000 स्क्वायर फीट परिसर में खोदे गए 50 फीट गहरे गड्ढे को भरने का काम तेजी से 24 घंटे जारी है.
50 से ज्यादा इंजीनियर की टीम कर रही है कार्य
इस काम को संपन्न कराने के लिए 50 इंजीनियर और मजदूरों की टीम दिन रात 12-12 घंटे की शिफ्ट में काम कर रही है. मंदिर निर्माण कार्य में कुल चार लेयर में कंक्रीट का मसाला भरने का काम पूरा हो चुका है. जबकि अभी 40 से 45 के लगभग और लेयर भी बिछाई जाएगी. जिसके लिए कार्यदायी संस्था I&T और टाटा कंपनी के इंजीनियर दिन-रात कार्य कर रहे हैं.
जल्द पूरा हो जाएगा कंक्रीट का कार्य

बहुत जल्द पूरा हो जाएगा कंक्रीट भरने का कामराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी है कि, लगातार चली खुदाई के बाद विशेषज्ञों की सलाह से यह निर्णय किया गया कि नींव भराई का कार्य रोलर कंपैक्टेड कंकरीट तकनीक से किया जाएगा. लगभग 1,20,000 स्क्वायर फीट क्षेत्र में अभी 4 परत बिछाई जा चुकी है. कुल 40-45 ऐसी ही परत बिछाई जाएंगी. मंदिर निर्माण का कार्य लगातार चल रहा है. लगभग 1,20,000 घन मीटर मलबा निकाला गया है. एक फीट मोटी परत बिछाकर रोलर से कॉम्पैक्ट करने में 4 से 5 दिन लग रहे हैं.
अक्टूबर माह तक यह कार्य पूर्ण होने की आशा है. मंदिर निर्माण में लगे सभी मजदूर और इंजीनियर रामलला की विशेष कृपा से स्वस्थ हैं.कंक्रीट का मसाला भरने का काम पूरा.कंक्रीट का मसाला भरने का काम पूरा.अक्टूबर से नवंबर के बीच पूरा हो सकता है कंक्रीट भरने का काम आपको बता दें कि राम मंदिर निर्माण के लिए 400 फीट लंबे और 300 फीट चौड़े रामलला के गर्भ ग्रह स्थल के निर्माण के लिए खोदे गए गड्ढे में कंक्रीट का मसाला भरा जा रहा है.
बीते सप्ताह बिगड़े मौसम के मिजाज ने कार्य को थोड़ा प्रभावित किया था, लेकिन फिर भी आवश्यक सुरक्षा उपकरणों के साथ गड्ढे में कंक्रीट का मसाला भरने का काम जारी है. उम्मीद जताई जा रही है कि अक्टूबर से नवंबर के बीच कुल 50 लेयर में कंक्रीट का मसाला भरकर तैयार कर दिया जाएगा. जिसके बाद तैयार हुए प्लेटफार्म पर भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा.नींव भराई का कार्य रोलर कंपैक्टेड कंकरीट तकनीक से हो रहा है
शास्त्रीय विधि से 9 शिलाएं भी स्थापित की गई
गर्भ ग्रह के स्थान पर चारों कोनों में शास्त्रीय विधि से 9 शिलाएं स्थापित की गई है साथ ही वास्तु विधि के अनुसार स्थापत्य द्वारा निर्धारित अन्य शिलाएं भी रखी गई ।

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