राजनीतिक दबाव की कमियों से नही बन रहा मऊगंज जिला
भगवान भरोसे चल रही जिला बनाने की माग जिला की लालसा में पहली बार यहां की जनता ने बनाया भाजपा का विधायक रीवा।करीब एक दशक से मऊगंज को जिला बनाने की मांग चली आ रही है,इसके लिए पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी और पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना द्वारा कई बड़े आंदोलन भी किए गए। सरकार […]

- भगवान भरोसे चल रही जिला बनाने की माग
- जिला की लालसा में पहली बार यहां की जनता ने बनाया भाजपा का विधायक
रीवा।करीब एक दशक से मऊगंज को जिला बनाने की मांग चली आ रही है,इसके लिए पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी और पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना द्वारा कई बड़े आंदोलन भी किए गए। सरकार की ओर से आश्वासन दिया जाता रहा लेकिन हर बार जब प्रदेश में नए जिले की घोषणा की जाती है,उसमें धोखे से भी मऊगंज का नाम नहीं आता!
मऊगंज जिला ना बनने के कारण क्षेत्र के लोगों में मायूषी है, साथ ही अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के प्रयासों को लेकर भारी असंतोष भी है!सीएम शिवराज सिंह चौहान की ओर से भी चुनाव के दौरान मऊगंज जिला बनाने को लेकर आश्वासन दिए जाते रहे।आश्वासन दिए जाने के बाद भी जिला ना बनने पर क्षेत्र के लोगों में अब भाजपा सरकार के झूठे बादो को लेकर नाराजगी भी झलक रही है।
मऊगंज को अलग जिला बनाने की मांग 1982 से उठाई जा रही है।उस दौरान उठी मांगों पर रीवा के महाराजा मार्तण्ड सिंह ने टीआरएस कालेज की सभा में तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह से कहा था कि मऊगंज अंचल की जनता की भावनाओं का वह सम्मान करते हैं,मऊगंज जिला बनने लायक है! लेकिन उनकी इच्छा है कि रीवा का भौगोलिक बंटवारा ना हो।इसके बाद से कई वर्षों तक मऊगंज जिला बनाने की मांग धीमी गति से चल रही थी!
जिला बनाने का बादा करके जनशक्ति पार्टी के लक्ष्मण तिवारी वर्ष 2008 के चुनाव में मऊगंज से विधायक चुने गए,उस दौरान उन्होने मऊगंज जिला को लेकर कई बड़े अंदोलन किये!पर इसके बाद बदले राजनीतिक समीकरण के चलते उमा भारती की पार्टी भारतीय जनशक्ति का भाजपा में विलय हो गया!और वर्ष 2011मे उमा भारती के साथ लक्ष्मण तिवारी भी भाजपा मे चले गये!तब से लक्ष्मण तिवारी द्वारा चली आ रही जिला बनाने के मांग की गति धीमी पड़ गई!और लक्ष्मण तिवारी भाजपा प्रत्याशी होने के बाद भी वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव पराजित हो गए!
वर्ष 2013 के चुनाव में लक्ष्मण तिवारी को पराजित कर कांग्रेस के सुखेंद्र सिंह बन्ना मऊगंज से विधायक बने ! उन्होंने सदन से लेकर सड़क तक जिला को लेकर लड़ाई लड़ी!पर सत्ता भाजपा की होने से सुखेन्द्र सिंह वन्ना के प्रयासों का आज तक फल नहीं मिला! वर्ष 2021 में पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना ने जिला बनाने की मांग को लेकर शासकीय शहीद केदारनाथ महाविद्यालय मऊगंज के मैदान में पचास हजार लोगों के साथ गिरफ्तारी दिए थे!आज भी उनका संघर्ष जिला को लेकर जारी है
वर्ष 2018 के चुनावी सभा को संबोधित करने खटखरी आए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने खुले मंच से कहा था कि "भाइयों एवं बहनों" मेरा विधायक दे दो और मुझसे मऊगंज जिला ले लो ! जनता ने अपना वादा तो पूरा किया,और प्रदीप पटेल को यहा से विधायक बना दिया,उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा भी प्राप्त है! पर मऊगंज जिला को लेकर उनके द्वारा कोई ठोस पहल देखने को नहीं मिली !अब क्षेत्र के लोगों में सरकार के प्रति अंदर ही अंदर आक्रोश दिख रहा है! मऊगंज बिधानसभा क्षेत्र की जनता पहली बार यहा से भाजपा का बिधायक चुना है!पर अभी तक मऊगंज जिला ना बनने से लोग अपने आपको ठगा महशूस कर रहे है,