वाहन से कुचलकर युवक की मौत, गुस्साए परिजनों ने चिकित्सक को पीटा, अस्पताल में की तोड़फोड़
वाहन से कुचलकर युवक की मौत, गुस्साए परिजन अस्पताल में तोड़फोड़ कर चिकित्सक को पीटा, कमरे में घंटो रहे बंधक लौर थाने के देवतालाब के समीप हुआ था हादसा, मऊगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में घंटों रहा बवाल MP रीवा। सड़क से गुजरे किसी भारी वाहन ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। हादसे में गंभीर […]

वाहन से कुचलकर युवक की मौत, गुस्साए परिजन अस्पताल में तोड़फोड़ कर चिकित्सक को पीटा, कमरे में घंटो रहे बंधक
लौर थाने के देवतालाब के समीप हुआ था हादसा, मऊगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में घंटों रहा बवाल
MP रीवा। सड़क से गुजरे किसी भारी वाहन ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। हादसे में गंभीर रूप से घायल युवक को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, जहा उसकी मौत हो गई। घटना से परिजन आक्रोशित हो गए और अस्पताल में मौजूद चिकित्सक के साथ मारपीट कर तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस दौरान चिकित्सक ने कमरे का दरवाजा बंद करके खुद को कैद कर लिया। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी श्वेता मोर्या सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा! जिसके बाद चिकित्सक को पुलिस ने मुक्त कराया! घटना मऊगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की है। हनुमना थाने के गेदुरहट गांव निवासी रवि द्विवेदी पिता अशोक द्विवेदी 30 वर्ष जो सोमवार को बाइक में सवार होकर रीवा गया था और रात में वापस लौट रहा था।
जैसे ही वह लौर थाने के देवतालाब के समीप पहुंचा, तभी सड़क से गुजरे किसी भारी वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस हंड्रेड डायल की मदद से उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मऊगंज लाया गया, जहां युवक की उपचार दौरान मौत हो गई। हादसे की जानकारी मिलते ही परिजन अस्पताल पहुंच गए। जैसे ही उनको युवक की मौत की खबर मिली तो वे आक्रोशित हो गए और अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी। युवक का इलाज कर रहे चिकित्सक सहित अस्पताल मे भर्ती मरीज के परिजन वा अन्य कर्मचारियों के साथ भी परिजनों ने जमकर मारपीट किया, जिसमें उनको गंभीर चोटें आई हैं।
हंगामे को देखते हुए चिकित्सक ने दरवाजा बंद कर खुद को कैद कर लिया, जिसके बाद उनकी जान बच पाई। परिजनों ने अस्पताल की खिड़की में लगे कांच सहित अन्य सामान को क्षतिग्रस्त कर दिया। सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया,जिसने भीड़ को अस्पताल के बाहर निकालते हुऐ उन्हें समझाईश देकर शांत कराया। करीब घंटे भर चिकित्सक कमरे के अंदर ही कैद रहे। पुलिस ने युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी में रखवा दिया है।
लापरवाही का आरोप लगा रहे थे परिजन
इस घटना के बाद परिजन चिकित्सको पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे। उनका कहना था कि युवक को चिकित्सक द्वारा इंजेक्शन दिया गया था जिसके लगते हैं युवक की मौत हो गई। उनकी लापरवाही की वजह से यह घटना हुई है।इसी कारण से परिजन आक्रोशित होकर वे चिकित्सक के साथ भी विवाद करने लगे। हालाकि मौत का वास्तविक कारण क्या है यह तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सामने आएगा।
पूर्व मे भी हो चुकी है घटनाएं
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मारपीट के कोई पहली घटना नहीं है बल्कि इससे पूर्व भी यहां विवाद हो चुका है। कई बार गुस्साए परिजनों का शिकार यहां के चिकित्सा व कर्मचारी बन चुके हैं! जिनके मामले भी थाने में दर्ज है। कुछ दिन पूर्व बारात में शामिल होने आए एक वृद्ध की मौत पर परिजनों ने कर्मचारियों के साथ मारपीट की थी। आए दिन चिकित्सक सहित मेडिकल स्टाफ को इस विवाद का सामना करना पड़ता है! जिससे कर्मचारियों में भी आक्रोश देखने को मिल रहा है।
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