2023 में लोहड़ी, संक्रांति, पोंगल, बिहू कब है? आइए जानते
भारत के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग रीति रिवाज एवं परंपरा है इन्हीं परंपराओं के तहत हर एक क्षेत्र मेंलोहड़ी, मकर संक्रांति, उत्तरायण, बिहू और पोंगल 2023 के त्योहारों का बहुत ही ज्यादा महत्व है फसल की आज आने पर यह त्योहार मनाए जाते हैं। त्योहार इसलिए हर एक त्यौहार खास होता है आज की पोस्ट […]

भारत के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग रीति रिवाज एवं परंपरा है इन्हीं परंपराओं के तहत हर एक क्षेत्र मेंलोहड़ी, मकर संक्रांति, उत्तरायण, बिहू और पोंगल 2023 के त्योहारों का बहुत ही ज्यादा महत्व है फसल की आज आने पर यह त्योहार मनाए जाते हैं। त्योहार इसलिए हर एक त्यौहार खास होता है आज की पोस्ट में हम जानेंगे की 2023 में लोहड़ी संक्रांति पोंगल बिहू कब है?
इस समय फसल का समय है जिसके कारण इस अवसर पर भारत के सभी राज्यों में यह अलग-अलग त्योहार मनाए जाते हैं। संक्रांति, लोहड़ी, उत्तरायणम, बिहू, पोंगल, (Sankranti, Lohri, Uttarayanam, Bihu, Pongal) ये सभी त्यौहार जनवरी में मनाए जाते हैं, बहुत से लोग भगवान सूर्य और अग्नि की पूजा करते हैं लेकिन आइए जानते हैं कि कौन सा त्यौहार किस दिन मनाया जाता है और क्यों मनाया जाता है.
lohri festival 2023 : लोहड़ी का त्योहार (lohri festival) पंजाब में शुरू से सिखों द्वारा मनाया जाता है। लेकिन अब इसे पूरे विश्व में मनाया जाता है इस त्यौहार के साथ सर्दी खत्म मानी जाती है। इस अवसर पर सभी एक दूसरे से मिलजुल कर भाईचारे के साथ रहते हैं एवं अलाव भी जलाते हैं। आदमी चावल और मक्का के दाने डाले जाते हैं एवं ईश्वर से आशीर्वाद मांगा जाता है इसके साथ ही इस दिन पारंपरिक कपड़े भी पहने जाते हैं और आग के चारों ओर नाच गाना किया जाता है इस साल भारत में लोहड़ी का त्यौहार14 जनवरी शनिवार को मनाया जा रहा है.
Makar Sankranti 2023 : मकर संक्रांति को भारत में तितलियों का त्योहार भी कहा जाता है, क्योकि यह त्यौहार भी लोहड़ी के त्यौहार के जैसा ही होता है। एक दिन पहले भोगी पर्व मनाया जाता है इस दिन घर की टूटी फूटी वस्तुएं एवं कचरे कूड़े को घर से बाहर फेंक दिया जाता है और ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से घर की सभी बुराइयां भी घर से भाग जाती है इस साल भारत मेंसंक्रांति 1 का त्यौहार 15 या 16 जनवरी को मनाया जा रहा है.
Pongal festival 2023 : पोंगल दक्षिणी राज्यों में चार दिनों तक मनाया जाता है। यह भी संक्रांति के समान ही है। एक फसल उत्सव। पहले दिन भोगी के अवसर पर इंद्र की पूजा की जाती है। दूसरे दिन सूर्य पोंगल मनाया जाता है। तीसरा दिन मट्टू पोंगल और चौथा दिन कन्नम पोंगल होता है। इस साल यह 15 से 18 जनवरी तक मनाया जा रहा है।
ALSO READ : AAJ KA SU VICHAR, 13 january 2023 आज का सुविचार हिंदी
uttarayan festival 2023 : मकर संक्रांति को लोग उत्तरायण के रूप में मनाते हैं। यह दो दिवसीय उत्सव है। पहले दिन को उत्तरायणम और दूसरे दिन को वासी उत्तरायणम के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर वे पतंग उड़ाते हैं और सूर्य भगवान की पूजा करते हैं। इस साल यह पर्व 15 जनवरी को मनाया जा रहा है।
bihu festival 2023 : बिहू उत्सव को माघ बिहू या भोगली बिहू के नाम से भी जाना जाता है। यह उत्तर पूर्वी राज्यों और असम में मनाया जाता है। इस अवसर पर घर के बाहर अलाव जलाया जाता है। अग्नि की पूजा की जाती है। इस साल यह पर्व 15 जनवरी को मनाया जा रहा है। bihu festival को माघ बिहू और भोगाली बिहू के नाम से भी जाना जाता है। यह उत्तर पूर्वी राज्यों और असम में मनाया जाता है। इस अवसर पर घर के बाहर अलाव जलाया जाता है। अग्नि की पूजा की जाती है। इस साल यह पर्व 15 जनवरी को मनाया जा रहा है।
उम्मीद है की आप को हमारी पोस्ट 2023 में लोहड़ी संक्रांति पोंगल बिहू कब है? अच्छी लगी होगी और आप को पता लग गया होगा की 2023 में लोहड़ी संक्रांति पोंगल बिहू कब है?