मऊगंज में पशु क्रूरता, कलेक्टर की गौशाला के लिए CMO और नगर परिषद के कर्मचारियों ने गोवंशों को घसीटा

मऊगंज जिले में शुरू की गई कलेक्टर की गौशाला के लिए नगर परिषद के CMO और कर्मचारियों द्वारा ट्रैक्टर से गोवंशों को बांधकर घसीटने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है

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मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव के द्वारा एक अभिनव पहल की गई है कलेक्टर ने अपने निवास विश्राम गृह में “कलेक्टर की गौशाला” के नाम से निराश्रित गोवंशों को शरण दी जा रही है, कलेक्टर की गौशाला में 30 से 35 की संख्या में निराश्रित गोवंशों को रखने की क्षमता है जिसका शुभारंभ 4 अक्टूबर को किया गया.

मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव के द्वारा सड़कों में घूम रहे निराश्रित गोवंशों को कलेक्टर की गौशाला में रखकर चार भूसा की व्यवस्था कराई गई और जो भी व्यक्ति कलेक्टर की गौशाला से गोवंशों को गोद लेगा उसे प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा.

कलेक्टर की गौशाला में निराश्रित गोवंशों को ले जाने की जिम्मेदारी मऊगंज नगर परिषद को सौंपी गई थी लेकिन नगर परिषद के कर्मचारियों ने ट्रैक्टर की ट्रॉली के पीछे गोवंशों सहित कलेक्टर के अरमानों को भी बांधकर सड़क में घसीट दिया, नगर परिषद की इस करतूत का वीडियो अब सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है.

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CMO के निर्देश पर कर्मचारियों ने गोवंशों को घसीटा

मऊगंज सीएमओ महेश पटेल के निर्देश पर नगर परिषद के कर्मचारियों ने पहले सड़कों में मौजूद निराश्रित गोवंशों को पकड़ कर रस्सी से बांधा और फिर उन्हें ट्रैक्टर की ट्राली के पीछे बांधकर लगभग तीन से चार किलोमीटर की दूरी तक घसीटते हुए ले गए. 

वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है की कुछ दूर चलने के बाद मवेशी रस्सी में उलझ कर गिर पड़े. फिर नगर परिषद के कर्मचारियों ने उन्हें दोबारा से उठाया और फिर से घसीटते हुए ले गए वहीं दूसरे वीडियो में खुद मऊगंज सीएमओ महेश पटेल ट्रैक्टर के बगल में खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं.

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