IAS Success Story: जिस सरकारी स्कूल में पढ़ कर बनी IAS अधिकारी उसी में कराया बेटे का Admission
Motivational Story For UPSC: आज के समय में पढ़े-लिखे लोग सरकारी स्कूल में अपने बच्चों को एडमिशन नहीं दिलाते हैं लेकिन इस IAS Officer ने सरकारी स्कूल में अपने बेटे का Admission करा कर एक मिसाल कायम कर दी है

जिस सरकारी स्कूल में पढ़ कर बनी IAS अधिकारी उसी में कराया बेटे का Admission
IAS Success Story: अक्सर आपने देखा होगा कि आज के जमाने में पढ़ लिखकर अच्छी नौकरी करने वाले लोग अपने बच्चों को बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते हैं. उनका मानना है कि सरकारी स्कूल में अच्छी पढ़ाई नहीं होती लेकिन इस सोच को दरकिनार करते हुए आईएएस अधिकारी नव्या (IAS officer Navya) ने बड़ा काम किया है. उन्होंने अपने बेटे का दाखिला उसी सरकारी स्कूल में कराया है जिस स्कूल में पढ़ कर वह आईएएस अधिकारी बनी है.
नव्या आंध्र प्रदेश के परवतीपुरम में सीतमपेटा एकीकृत जनजातीय विकास एजेंसी (ITDA) की परियोजना अधिकारी के पद पर पदस्थ हैं. नव्या सरकारी स्कूलों के प्रति गलत सोच रखने वालों के लिए एक मिसाल बन गई हैं.
आईएएस अधिकारी नव्या का बेटा प्रतीक कक्षा 6वीं में पड़ता है नव्या ने अपने बेटे का दाखिला सीतमपेटा मंडल में सरकारी आदिवासी कल्याण आवासीय विद्यालय में करवाया है. नव्या इसी सरकारी आवासीय विद्यालय में पढ़कर IAS अधिकारी बनी है और वर्तमान समय में ITDA परियोजना अधिकारी के पद पर पदस्थ हैं.
उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था को अत्यधिक महत्व देती .है सरकार के द्वारा शुरू किए गए नाडु-नेदु कार्यक्रम की बदौलत सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों के समान सभी सुविधाएं हैं. और अब सभी सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी मीडियम शुरू कर कर दिया गया है.
IAS Navya ने बताया कि क्षेत्र में कोई निजी स्कूल भी नहीं है लेकिन यहां के सरकारी स्कूल में निजी स्कूलों से बेहतर पढ़ाई होती है. नव्या के इस फैसले की सराहना सभी कर रहे हैं.