Gupt Navratri 2023 : गुप्त नवरात्रि क्या है और कैसे मनाई जाती है
Gupt Navratri 2023, Gupt Navratri Kya Hai : हिंदू धर्म का पावन त्यौहार यानी गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 19 जून 2023 दिन सोमवार से होने जा रही है। यह त्यौहार भी मां दुर्गा को समर्पित होता है

Gupt Navratri 2023, Gupt Navratri Kya Hai : हिंदू धर्म का पावन त्यौहार यानी गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 19 जून 2023 दिन सोमवार से होने जा रही है। यह त्यौहार भी मां दुर्गा को समर्पित होता है जिसमें माता के सभी रूपों की पूजा अर्चना की जाती है कहा जाता है कि इस पूजा को करने से भक्तों के सभी दुख दर्द दूर हो जाते हैं। गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri) की शुरुआत होने जा रही है लेकिन अभी भी कुछ लोग ऐसे हैं जिनके मन में सवाल है कि गुप्त नवरात्रि क्या है (Gupt Navratri Kya Hai) तो आज हम इसी विषय पर बात करेंगे।
गुप्त नवरात्रि क्या है Gupt Navratri Kya Hai
हिंदू धर्म में गुप्त नवरात्रि का अत्यधिक महत्व है यह त्यौहार बड़े शालीन तरीके से मनाया जाता है। इस उत्सव को गुप्त नवरात्रि इसलिए कहते हैं क्योंकि आमतौर पर इस में पूजा अर्चना को गुप्त रूप से किया जाता है। इसी वजह से इस त्यौहार को गुप्त नवरात्रि कहा जाता है जिसमें मां दुर्गा के सभी अवतारों की पूजा की जाती है।
गुप्त नवरात्रि कैसे मनाई जाती है Gupt Navratri Kaise Manai Jati Hai
गुप्त नवरात्रि का व्रत आमतौर पर सामान्य नवरात्रि के जैसा ही होता है बस फर्क इतना होता है कि इसमें पूजा पाठ एवं व्रत को गुप्त रूप से किया जाता है। इस त्योहार पर मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है जिनमें शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री कहा जाता है। प्रतिदिन इन रूपों की आराधना, आरती और भक्ति कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
गुप्त नवरात्रि पूजा विधि Gupt Navratri Puja Vidhi
गुप्त नवरात्रि की पूजा विधि (Gupt Navratri Puja Vidhi) जाना बहुत ही अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके बिना आप सही से पूजा नहीं कर पाएंगे।
- गुप्त नवरात्रि की पूजा शुरू करने से पहले कलश की स्थापना की जाती है। इसके लिए एक लोटा या कलश में साफ पानी भरकर बेदी बनाकर उसे सजाएं कलश के ऊपर एक नारियल आम की टेरी स्थापित करें और उसे पूजा स्थल पर रखें।
- पूजा करने के लिए मां दुर्गा की प्रतिमा या चित्र को स्थापित करें और लगातार उनका ध्यान करें। नाम का जप करें इसके साथ ही दीप, धूप, फुल, चंदन, नैवेद्य, कपूर, पुष्पांजलि समर्पित करें।
- गुप्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करें। जैसे दुर्गा मंत्र काली मंत्र अन्य मंत्र जिस अनुसार आपकी प्रार्थना हो उसे रोजाना सुबह-शाम जब करें।
- उपासक रोजाना दुर्गा की आरतियां और पाठ करें उनसे कृपा और आशीर्वाद मांगे।
- उपासक गुप्त नवरात्रि में 9 दिन का व्रत करें इसमें विशेष आहार कहीं सेवन करना उचित माना जाता है।
- गुप्त नवरात्रि व्रत (Gupt Navratri Vrat) को पूरी तरह से गुप्त रखकर ही करें।