Mauganj News: मऊगंज जिले में धोखाधड़ी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहां एक सरकारी बैंक के बैंक मैनेजर ने ही पीड़ित के साथ धोखाधड़ी कर दी, दरअसल यह पूरा मामला मऊगंज स्थित मध्यांचल ग्रामीण बैंक से जुड़ा हुआ है जहां बैंक में पदस्थ मैनेजर ने ही इस पूरी घटना को अंजाम दिया है,
बता दें कि देवेंद्र पांडे पिता भास्कर प्रसाद पांडे निवासी वार्ड क्रमांक 7 मऊगंज जिनका मध्यांचल ग्रामीण बैंक मऊगंज में आना-जाना लगा रहता था, इस दौरान उनका संपर्क बैंक मैनेजर सूर्यकांत सिंह से हुआ, जिसके माध्यम से उन्होंने बैंक मैनेजर सूर्यकांत सिंह की मारुति सुजुकी सियाज कार क्रमांक BR01DL8118 लेने का फैसला किया.
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पीड़ित देवेंद्र पांडे के मुताबिक 4 लाख 70 हजार में बैंक मैनेजर की मारुति सुजुकी सियाज कार का सौदा तय हुआ था, पीड़ित ने बैंक मैनेजर को 4 लाख 70 हजार रुपए की राशि जमा कर दी, और वाहन को अपने नाम ट्रांसफर भी करवा लिया.
लेकिन 27 फरवरी 2025 को बैंक मैनेजर बड़े ही चालाकी से कार की दूसरी चाबी लेकर सुबह 3:00 बजे भोर पीड़ित देवेंद्र पांडे के घर पहुंचा और घर वालों के सोते समय ही कार लेकर रफू चक्कर हो गया.
सुबह जब घर के लोगों ने देखा कि उनकी कर गायब है और जब पता किया गया तो मालूम हुआ कि उनकी कार बैंक मैनेजर सूर्यकांत सिंह लेकर चला गया, जिसकी सूचना पुलिस थाने में दी गई,
हैरानी की बात यह है कि यह पूरा मामला 27 फरवरी 2025 का है और तब से पीड़ित देवेंद्र पांडे पुलिस थाना मऊगंज और एसपी ऑफिस का चक्कर लगा रहा है लेकिन आज दिनांक तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया, पीड़ित देवेंद्र पांडे का कहना है कि मऊगंज थाना प्रभारी और बैंक मैनेजर का आपस में उठना बैठना है और यही कारण है कि उनके इस मामले में अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया है.
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देवेंद्र पांडे का यह मामला कोई पहला नहीं है बल्कि मऊगंज जिले में कई ऐसे मामले हैं जहां अहौदा देखकर न्याय मिलता है, और यह न्याय गरीब शोषित और वंचित से इतना दूर है कि आज भी लोग न्याय के लिए दर-दर की ठोकर खा रहे हैं.
बता दे कि देवेंद्र पांडे 27 फरवरी से लगातार मऊगंज पुलिस थाना, एसपी ऑफिस सहित तमाम कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन अब तक इस धोखाधड़ी का मामला ही दर्ज नहीं हो पाया.