खनिज के अवैध परिवहन पर रखी जाएगी सीसीटीवी कैमरे से नजर
अवैध खनिज के परिवहन को रोकने के लिए मध्यप्रदेश में अब खनिज विभाग के द्वारा हाई क्वालिटी सीसीटीवी कैमरे (Mineral department install CCTV) लगवाने की तैयारी की जा रही है

प्रदेश में खनिज सम्पदा के अवैध परिवहन पर अब सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जाएगी। खनिज परिवहन वाले रूट पर कैमरे लगवाए जाएंगे और उसके आधार पर ही जुर्माने की कार्रवाई होगी। खनिज विभाग नई व्यवस्था को जल्द शुरू करने की कवायद में जुटा है।
एक दिन पूर्व संचालक खनिज प्रशासन भोपाल (Mineral Department Bhopal) आरएस मीणा ने सभी 'जिलों के खनिज अधिकारियों की बैठक ली थी। उन्होंने खनिज के अवैध परिवहन पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवाने के निर्देश दिए। इन कैमरों को खनिज विभाग उन रूटों पर लगवाएगा जहां से खनिज सम्पदाका अवैध परिवहन किया जाता है।
ये हाई क्वालिटी कैमरे होंगे जो मानव रहित होंगे और बार कोड से संचालन किया जाएगा। जिन वाहनों में खनिज का अवैध परिवहन किया जाएगा उनके नम्बर के आधार पर जानकारी एकत्र की जाएगी। इसके बाद वाहन मालिकों को इ-चालान भेजा जाएगा।
ऐसे में हर समय खनिज विभाग की टीम को कार्रवाई के लिए सड़क पर खड़े होने की आवश्यकता नहीं पडेगी और आसानी से खनिज का अवैध परिवहन करने वालों पर निगरानी की जा सकती है।
इससे ओवर लोडिंग सहित अन्य नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों पर शिकंजा कसेगा। हालांकि विभाग अभी प्रयोग के तौर पर एक मार्ग पर कैमरा लगवाकर चेक करेगा। उसमें यदि कोई समस्या आ रही है तो उसे दूर कर सभी मार्गों में कैमरे लगवाने का प्रयास किया जाएगा।
रीवा जिले में चिन्हित किए जा रहे मार्ग
खनिज विभाग जिले के उन रूटों को चिह्नित कर रहा है जहां से खनिज का परिवहन वाहन चालक करते हैं। रीवा में गोविन्दगढ़ मार्ग से सबसे ज्यादा रेत का परिवहन होता है। इसके अतिरिक्त मऊगंज के बहेरा डाबर व हनुमना के पिपराही मार्ग का इस्तेमाल भी रेत परिवहन के लिए होता है।
इसके अतिरिक्त बनकुइयां क्षेत्र से गिट्टी व हनुमना क्षेत्र में पत्थर पटिया का परिवहन किया जाता है। दर्जनभर ऐसे हैं जिनका इस्तेमाल खनिज परिवहन के लिए सबसे ज्यादा होता है। इन मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए जा सकते हैं।