MP Board Paper Leak Case: 6 सदस्यों की जांच टीम गठित, टेलीग्राम चैनल पर FIR
एमपी बोर्ड पेपर लीक मामले में 6 सदस्य जांच टीम गठित कर दी गई है एवं mp board paper leak telegram group पर एफ आई आर दर्ज कर ली गई है

MP Board Paper Leak Case: मध्य प्रदेश में 1 मार्च से बोर्ड परीक्षा की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में लगातार 10वीं और 12वीं के पेपर लीक होने की खबरें सामने आ रही है। आज एक बार फिर से 12वीं कक्षा के बायोलॉजी का पेपर टेलीग्राम चैनल पर लीक (mp board paper leak telegram group) होने का मामला सामने आया है। इसके पहले भी कई बार सोशल मीडिया पर 10वीं और 12वीं का पेपर लीक होने की बात सामने आई है।
पेपर के शुरू होने से 50 मिनट पहले ही स्टूडेंट को पेपर मिल जा रहा है। जिसके कारण उन छात्रों का भविष्य खतरे में जा रहा है जो मेहनत करके रात दिन जगते हुए पढ़ाई कर रहे हैं। अब सवाल यह है कि जब पेपर सीलबंद और ताला लॉक डिब्बे में पुलिस थाना के अंदर रखा हुआ है। तो परीक्षा शुरू होने के पहले ही पेपर कैसे लिक हो जा रहा है।
6 सदस्यों की टीम करेगी जांच
इस मामले में प्राचार्य संवर्ग संघ के प्रांतीय संयोजक शिव वीर सिंह भदोरिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पेपर लीक होने की जानकारी देते हुए एक बार फिर से परीक्षा करवाने की मांग करते हुए चिट्ठी लिखी थी। माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल (madhyamik shiksha mandal bhopal) के संज्ञान में आते हैं 6 सदस्यों की कमेटी बनाई गई है। जो पेपर लीक मामले की जांच करेगा इसके साथ ही रिपोर्ट तैयार करते हुए उन लोगों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी जिन्होंने परीक्षा से पहले ही पेपर को वायरल कर दिया।
टेलीग्राम चैनल पर भी होगी कार्यवाही
एमपी बोर्ड परीक्षा का पेपर टेलीग्राम चैनल (mp board paper leak telegram Channel) पर बेचने वालों पर भी कार्यवाही की जाएगी। क्योंकि परीक्षा शुरू होने के 50 मिनट पहले ही टेलीग्राम ग्रुप एवं चैनल पर ₹299 में पेपर बिक रहा था। जिसकी जांच करते हुए आरोपियों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
परीक्षा के पहले ही पेपर हो जाता है लीक
परीक्षा शुरू होने के पहले ही पेपर टेलीग्राम चैनल या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए लीक किया जा रहा है। जिसमें कक्षा बारहवीं का बायोलॉजी हिंदी एवं अंग्रेजी का पेपर टेलीग्राम चैनल पर ₹299 की कीमत पर बिक रहा था।
शिक्षा मंत्री ने तोड़ी चुप्पी
मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का पेपर लीक मामले में बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि वायरल पेपर का वास्तविक पेपर से मिलान किया जाएगा और इस मामले में दोषियों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले राउंड की शिकायत के बाद जांच करवाई गई थी। लेकिन वायरल पेपर और ओरिजिनल पेपर में अंतर पाया गया उन्होंने कहा कि कोई गिरोह था जो बच्चों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा था। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है।