Mauganj News: मऊगंज जिले में पेड़ के नीचे संचालित हो रही स्कूल बच्चों की पढ़ाई बनी तपस्या
मऊगंज जिले के लटियार गांव में संचालित सरकारी प्राथमिक विद्यालय को नहीं नसीब हुआ भवन,पेड़ के नीचे बच्चों का गढा जा रहा भविष्य, पढ़ाई बनी तपस्या

Mauganj News: मऊगंज जिले में पेड़ के नीचे संचालित हो रही स्कूल बच्चों की पढ़ाई बनी तपस्या. मऊगंज जिले के लटियार गांव में संचालित सरकारी प्राथमिक विद्यालय को आज दिनांक तक भवन नसीब नही हुआ. जिससे पेड़ के नीचे बच्चों का भविष्य गढा जा रहा है. इस प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 1 से 5 तक 32 छात्र अध्ययनरत है. मौसम खराब होने पर अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजते.
सर्व शिक्षा अभियान का हाल बेहाल
मध्यप्रदेश में सर्व शिक्षा अभियान का हाल बेहाल होता दिखाई दे रहा है अक्सर मंचों से प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार शिक्षा स्तर सुधारने के लिए बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं. पर मऊगंज जिले में स्थित यह सरकारी प्राथमिक विद्यालय ने सीएम शिवराज सिंह सहित शिक्षा मंत्री के दावो की पोल खोल रहा है. जहां खुले आसमान में छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं उन्हें छत तक नसीब नहीं हुई.
अभी हाल ही में मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मऊगंज को मध्य प्रदेश का 53 वा जिला बनाया है. इसके पहले मऊगंज रीवा जिले में शामिल था पर इस विद्यालय की ओर किसी भी अधिकारियों की नजर नहीं पड़ी. जबकि ग्राम पंचायत द्वारा कई बार लिखित में भवन निर्माण करने के लिए जनप्रतिनिधियों सहित जिला पंचायत के अधिकारियों को आवेदन दे चुके हैं. पर इसकी सुनवाई नहीं हुई.
बच्चों की पढ़ाई बनी तपस्या
पेड़ के नीचे संचालित होने वाली विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के लिए पढ़ाई किसी तपस्या से कम नहीं है. क्योंकि जब गर्मी का मौसम आता है तो यहां बच्चों को तेज धूप और लू का सामना करना पड़ता है. वही जब ठंडी आती है तो सर्द हवाओं के बीच विद्यालय संचालित होती है. लेकिन जब बरसात का समय आता है तो तेज बारिश के साथ गरज चमक का सामना करना पड़ता है. इसलिए यहां पढ़ने वाले बच्चों के लिए पढ़ाई किसी तपस्या से कम नहीं है.