रीवा जिले का यह आम विदेशों में भी घोल रहा मिठास, डिमांड इतनी कि नहीं हो पा रही बराबर सप्लाई
रीवा : मध्य प्रदेश के रीवा (Rewa MP) जिले का मशहूर सुंदरजा आम (Sundarja Mango) जिसे हाल ही में जीआई टैग दिया गया है यह आम देश के साथ-साथ विदेशों में भी अपनी मिठास घोल रहा है

रीवा : मध्य प्रदेश के रीवा (Rewa MP) जिले का मशहूर सुंदरजा आम (Sundarja Mango) जिसे हाल ही में जीआई टैग दिया गया है यह आम देश के साथ-साथ विदेशों में भी अपनी मिठास घोल रहा है। सुंदरजा आम की डिमांड दिनोंदिन बढ़ती जा रही है अच्छी पैदावार ने इस वर्ष हर वर्ग में आम की मिठास घोल रही है। बाजार में प्रतिदिन बड़ी मात्रा में आम बिक्री के लिए पहुंच रहे हैं।
मार्केट में वैसे तो विभन्न वैरायटी के आम उपलब्ध हैं, लेकिन अपनी मिठास के लिए देश-विदेश में ख्यात सुंदरजा आम की डिमांड सबसे सर्वाधिक है। गोविंदगढ़ व कुठुलिया क्षेत्र में इसके हजारों पेड़ हैं। यहां स्थित बड़े-बड़े बगीचों में आम की अच्छी पैदावार होती है। रीवा के अलावा भोपाल, दिल्ली, महाराष्ट्र, उप्र सहित अन्य शहरों में भी इसकी खूब डिमांड है।
सुंदरजा के अलावा दशहरी, लंगड़ा, चौसा व बादाम सहित विभिन्न प्रजातियों के आम उपलब्ध हैं। देशी आम के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है, जिस कारण कीमतों में भी आंशिक कमी देखने को मिल रही है। 30 रुपए, किलो तक आम पहुंच गए हैं। लोग आम का भरपूर स्वाद ले रहे हैं।
गत वर्ष स्वाद से वंचित रह गए थे लोग
गत वर्ष लोग आम के स्वाद से वंचित रह गए थे। मार्च महीने से ही भीषण गर्मी पड़ने लगी थी, जिस , कारण आम की बौर खराब हो गई। लासी बीमारी लग जाने से आम की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई थी। हालांकि, इस वर्ष इसका पर्याप्त उत्पादन हुआ है। यही वजह है कि आम की मिठास आम से खास हर वर्ग में घुल रही है।
सुंदरजा को मिला है जीआई टैग
सुंदरजा आम अपने स्वाद के लिए जाना जाता है। यह काफी मीठा होता है। सिर्फ देश ही नहीं, बल्कि विदेशों तक में इसकी डिमांड है। वहां भी लोग इसके स्वाद के दीवाने हैं। आमों में अपनी अलग पहचान रखने की वजह से हाल ही में इसे जीआई टैग मिला है। सुंदरजा के लाखों पेड़ रीवा में मौजूद है, जो हर साल काफी उत्पादन देते हैं।