Rewa News: फर्जी टीपी बनाकर लकड़ी का परिवहन करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश
रीवा जिले में वन विभाग को मिली बड़ी सफलता अवैध लकड़ी लोड दो ट्रक हुए जप्त
Rewa News: रीवा जिले में वन विभाग के कर्मचारियों को बड़ी सफलता हाथ लगी है फर्जी टीपी बनाकर लकड़ी का अवैध परिवहन करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. वन विभाग के कर्मचारियों को जानकारी मिली कि दो ट्रकों में अवैध लकड़ी लादकर ले जाए जा रही है जिसके बाद डीएफओ तुरंत एक्शन में आए. इस पर उन्होंने घेराबंदी कराकर जांच कराई तो इसमें फर्जी टीपी होना पाया गया. दोनों ट्रकों की लकड़ी जब्त करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. यह कार्रवाई वन विभाग के चाकघाट वन परिक्षेत्र के कर्मचारियों द्वारा की गई.
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शुक्रवार को वनरक्षक ने संदिग्धता के आधार पर लकड़ी का परिवहन करते 2 ट्रकों को रोककर दस्तावेजों की जांच की तो पूरा मामला संदिग्ध मिला. वन अवरोध नाका चाकघाट पर ट्रकों को र रोककर अन्य अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी गई. जांच के दौरान ट्रक चालकों द्वारा प्रस्तुत किए गए परिवहन अनुज्ञा पत्र (टीपी) के अवलोकन से संदिग्धता और बढ़ी. तुरंत उत्तर प्रदेश वन विभाग के अधिकारियों से संपर्क पर पुष्टि की गई, जिन्होंने स्पष्ट किया कि अनुज्ञा पत्र पूर्णतः फर्जी है. जानकारी मिलने पर साल की लकडियों से भरे दोनों ट्रक वन विभाग द्वारा जब्त किए गए. इनमें 65 टन साल की लकड़ी लदी हुई पाई गई है. इन्हें प्रभागीय वन अधिकारी ओबरा, उत्तर प्रदेश की ओर से टीपी जारी की गई थी. जब इसकी जांच की गई तो पाया गया कि यह डीपी भी फर्जी है.
यहां से बनाई जाती है फर्जी टीपी
पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि उत्तर प्रदेश का साहिल उर्फ आकिब फर्जी टीपी बनाकर उपलब्ध कराता रहा है. यह कहां रहता है इसका पता आरोपियों ने नहीं बताया है. कहा है कि हर शहर में उसके आदमी रहते हैं और टीपी बनवाकर पहुंचाते हैं. इसके पहले ओबरा से ही बीते साल जुलाई में भी ऐसे ही फर्जी टीपी का एक मामला संज्ञान में आया था.