Rewa News: रीवा की 800 साल पुरानी धरोहर बनी वीरान, हेरिटेज होटल बनाने का था प्रस्ताव
रीवा जिले के 800 साल पुराने क्योंटी किला पर बनाया जाएगा हेरिटेज होटल, शासन ने तैयार किया प्रस्ताव पर अब तक नहीं शुरू हुआ कार्य - Keoti Fort Rewa
मध्य प्रदेश के रीवा जिले में वैसे तो विरासतों की कोई कमी नहीं है यहां कई किले और धरोहर मौजूद है. जो आज भी अपने इतिहास को समेटे हुए हैं. ऐसा ही जिले का एक प्रसिद्ध किला जिसे क्योंटी किला (Keoti Fort) के नाम से जाना जाता है. इसे करीब 800 वर्ष पहले बनाया गया था और आज भी यह मौसम के हर सितम झेलते हुए खड़ा है.
क्योंटी का किला कई वर्षों तक राज्य संरक्षित स्मारक के रूप में चिन्हित था. अब पुरातत्व विभाग से वापस लेकर सरकार ने इसे पर्यटन निगम के हवाले कर दिया है. करीब 38 वर्ष तक इस किले की देखरेख पुरातत्व विभाग के पास रही, जिसे फरवरी 2018 में पुरातत्व की सूची से सरकार ने डिनोटिफाइड कर दिया गया था, जिससे यहां पर निर्माण के रास्ते खुल गए थे. तब से लेकर अब तक यह किला वीरान पड़ा है, इसमें किसी तरह का कार्य भी नहीं कराया गया और अब यह किला धीरे-धीरे जर्जर हो रहा है.
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सरकार ने 1918 में किया था अधिसूचित
क्योंटी का किला 13वीं शताब्दी में रीवा राज्य के महाराजा शालिवाहन के पुत्र नागमल ने बनवाया था. इस किले को 29 सितंबर 1980 को राज्य सरकार ने मध्यप्रदेश प्राचीन स्मारक एवं पुरातत्वीय स्थल तथा अवशेष अधिनियम 1964 की धारा 3 की उपधारा (1) के तहत अधिसूचित किया था. तब से यहां पर किसी तरह का मनमानी निर्माण और अतिक्रमण प्रतिबंधित था. सरकार ने छह वर्ष पहले यह तर्क दिया था कि क्योंटी किले को संरक्षित करने की आवश्यकता नहीं है.
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डिनोटिफाइड करने के साथ ही हेरिटेज होटल बनाए जाने के संकेत दिए गए थे. Keoti Fort 2.213 हेक्टेयर क्षेत्रफल में स्थित है. क्योंटी किले के पास ही एक भव्य क्योंटी प्रपात भी है जहां पर बरसात के दिनों में विहंगम दृश्य बनता है जिसे देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं. पर्यटन निगम अब प्रपात के आसपास सुरक्षा व्यवस्था बनाने के साथ ही किले को हेरिटेज होटल के रूप में विकसित करने की तैयारी में है. अब तक इसमें हेरिटेज होटल का काम शुरू नहीं हो सका है.
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