Madhya Pradesh

Loksabha Election 2024: मध्य प्रदेश में लोकसभा सीट हुई कम तो हिल सकती है सीएम की कुर्सी.? चिंता में मोहन यादव

मध्य प्रदेश में भाजपा को अधिक से अधिक सीट जिताने की कोशिश में लगे मुख्यमंत्री मोहन यादव, दाव पर लगा राजनीतिक कैरियर

Loksabha Election 2024: मध्य प्रदेश की कुल 29 लोकसभा सीटों में चार चरणों पर लोकसभा के चुनाव होने हैं प्रथम चरण का शुभारंभ 19 अप्रैल से होने जा रहा है जिसके लिए सभी पार्टियों मैदान में उतर चुकी है. सबसे बड़ी चुनौती मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) के लिए है अगर यह कहे कि यह चुनाव मोहन यादव के लिए अग्नि परीक्षा है तो गलत नहीं होगा. अगर मध्य प्रदेश में भाजपा की लोकसभा सीटें पिछली बार की अपेक्षा कम हुई तो कम की कुर्सी हिल सकती है.

वर्ष 2019 की लोकसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने मध्य प्रदेश से 28 सीटें भाजपा को दिलाई थी अब मोहन यादव की बारी है यही कारण है कि इन दोनों मध्य प्रदेश में मोहन यादव का धुआंधार जनसंपर्क जारी है मोहन यादव पूरी कोशिश में लगे हैं कि वह भाजपा को ज्यादा से ज्यादा सीटें दिला सके.

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 भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को किनारे लगाकर मोहन यादव को मध्य प्रदेश की कुर्सी में बैठाया है. अगर मध्य प्रदेश की 5 सीटें भी कांग्रेस के खाते में जाती है तो सीएम मोहन यादव कै राजनीतिक कद पर इसका सीधा असर पड़ सकता है.

बीते 2019 के लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की 29 सीटों में 28 सीटें भाजपा ने जीती थी. सिर्फ छिंदवाड़ा लोकसभा सीट ऐसी थी जहां कांग्रेस ने खाता खोला था और वहां से नकुलनाथ सांसद निर्वाचित हुए थे. उस दौरान 15 महीने कि कांग्रेस सरकार में कमलनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और भाजपा विपक्ष में थी. इसके बावजूद भी शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा चुनाव में भाजपा का डंका बजाया था.

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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव अपने प्रत्याशियों का नामांकन पत्र दाखिल कराने जिला मुख्यालय पहुंच रहे हैं और जनता से मोदी को पीएम बनाने की अपील कर रहे हैं. लेकिन सीएम मोहन यादव के पास अभी तक ऐसी कोई भी उपलब्धि नहीं है जिसके नाम से वे प्रदेशवासियों के सामने वोट मांग सके. मोहन यादव के पास भी अब सिर्फ मोदी ही एक सहारा हैं. क्योंकि उन्हें भी मालूम है कि मोदी के नाम से ही लोग भाजपा को पसंद कर रहे है.

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