Rewa Lokayukta: रीवा लोकायुक्त की बड़ी कार्यवाही, चपरासी से ₹5000 की रिश्वत लेते सहायक आयुक्त गिरफ्तार
Rewa Lokayukta: सीधी जिले में रीवा लोकायुक्त की बड़ी कार्यवाही चपरासी से ₹5000 की रिश्वत लेते पकड़ा गया आदिवासी विकास विभाग का सहायक आयुक्त
Rewa Lokayukta: मध्य प्रदेश में रिश्वतखोरी के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं हालात यह हो गई है कि अब लाखों रुपए सैलरी पाने वाले सरकारी कर्मचारी रिश्वत लेने के मामले में चपरासी तक को नहीं छोड़ रहे हैं. कुछ ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के सीधी जिले से देखने को मिला है जहां आदिवासी विकास विभाग में पदस्थ सहायक आयुक्त को रीवा लोकायुक्त की टीम के द्वारा ₹5000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है.
मिली जानकारी के अनुसार रीवा लोकायुक्त ने सीधी पहुंचकर यह पूरी कार्यवाही की है इस पूरे मामले के संबंध में जो जानकारी प्राप्त हुई है उसके अनुसार आदिवासी विकास विभाग में पदस्थ सहायक आयुक्त डॉ डीके द्विवेदी के द्वारा हॉस्टल में पदस्थ चपरासी सुखलाल कोल से ₹20,000 की रिश्वत मांगी गई थी.
इस कार्य के लिए मांगे गए थे पैसे
रिश्वतखोर सहायक आयुक्त के द्वारा हॉस्टल के चपरासी सुखलाल कोल से ट्रांसफर रोकने के नाम पर ₹20,000 रिश्वत की मांग की गई थी. जिसमें से आरोपी पहले भी ₹15,000 ले चुका है और शुक्रवार को बाकी बची हुई राशि ₹5000 देने कार्यालय पहुंचा था तभी रीवा लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया.
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कलेक्ट्रेट कैंपस के अंदर कार्यालय में हुई कार्यवाही
चपरासी सुखलाल कोल के द्वारा ₹15,000 दे दिए गए थे लेकिन इसके बावजूद भी आरोपी सहायक आयुक्त डॉ डीके द्विवेदी उसे पर ₹5000 देने का दबाव बना रहा था, अंत में परेशान होकर चपरासी सुखलाल रीवा लोकायुक्त के पास पहुंचा और इस पूरे मामले की शिकायत की मामले का सत्यापन होने के बाद रीवा लोकायुक्त ने आरोपी सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग डॉक्टर डीके द्विवेदी को सीधी कलेक्ट्रेट कैंपस के भीतर स्थित कार्यालय में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों ट्रैप किया है.
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