Rewa Mirzapur Railway Line: लोकसभा चुनाव दौरान फिर दौड़ने लगेगी रीवा मिर्जापुर रेल लाइन, यात्री हो जाईए तैयार
लोकसभा चुनाव 2024 दौरान फिर से उठाया जाएगा रीवा मिर्जापुर रेल लाइन का मुद्दा, जानिए कब पूरी होगी मांग
Rewa Mirzapur Railway Line: रीवा मिर्जापुर रेल लाइन का सपना फिर चुनाव दौरान साकार होने जा रहा है, जिसको सुनने के लिए आप सब तैयार हो जाइए. चुनाव दौरान रीवा मिर्जापुर रेल लाइन बन जाने से सबसे ज्यादा फायदा नवगठित मऊगंज जिले का होगा. क्योंकि यह जिला रेलवे लाइन से वंचित है. यह भी कहा जाता है कि यह रेल लाइन बन जाने से बिहार से मुंबई जाने वाली ट्रेनों का जहां समय की बचत होगी वहीं दूरी भी कम होगी पर यह सपना साकार कब होगा कोई बता नही सकता,क्योंकि यह रेल लाइन सिर्फ चुनाव दौरान ही दौड़ती है.
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रीवा मिर्जापुर रेल लाइन के पटरियो का निर्माण कार्य 25 वर्षों से सिर्फ लोकसभा चुनाव दौरान नेताओं के भाषणों में सुनने को मिलता आ रहा है. चुनाव संपन्न होते ही ए रेल पटरिया नेताओं के जुबान से भी गायब हो जाती हैं,इसकी चर्चा ना नेताओं के सभा दौरान होती ना सदन मे सिर्फ चुनावी मुद्दा तक रीवा मिर्जापुर रेल लाइन सीमित रह गई है. अब अप्रैल माह में होने वाले लोकसभा चुनाव दौरान फिर नेताओं की जुबान से रीवा मिर्जापुर रेल लाइन पटरियो में धकापेल दौड़ने लगेगी.
पूर्व सांसद स्वर्गीय सुंदरलाल तिवारी ने उठाया था मुद्दा
पूर्व सांसद स्वर्गीय सुंदर लाल तिवारी ने रीवा मिर्जापुर रेल लाइन का मुद्दा वर्ष 2001 मे उठाया था जिसके बाद रीवा मिर्जापुर रेल लाइन कार्य के सर्वे करने की मंजूरी भी मिली थी पर अगला लोकसभा चुनाव सुंदरलाल तिवारी हार गये. उनके हारने के बाद जिन नेताओं को जनता ने चुनकर सबसे बड़ी सदन लोकसभा मे भेजा था उन्होंने रीवा मिर्जापुर रेल लाइन को लेकर अपनी जुबान तक नहीं खोली. रीवा लोकसभा सीट से जनार्दन मिश्रा सांसद हैं,जो अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं.