MP News: मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में हुआ करोड़ों का घोटाला, तीन जनपद CEO सहित 15 पर FIR
मऊगंज जिले में हुए करोड़ों के घोटाले में तीन जनपद CEO सहित 15 आरोपियो पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज!
MP News: मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में हुए करोड़ों के घोटाले मे तीन जनपद CEO सहित 15 आरोपियों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है. नवगठित मऊगंज जिला (Mauganj District) जहाँ भ्रष्टाचारियो के हौसले इतने बुलंद है कि अपने ही विभाग को खोखला कर रहे है.
मऊगंज जिले मे शासन द्वारा जिन अधिकारियों को प्रदेश सरकार की योजना संचालित वा निगरानी करने की कमान शौपी गई थी, भाजपा सरकार मे वही अधिकारी विभाग को चूना लगा रहे हैं. बहुचर्चित मऊगंज नगर परिषद मे हुऐ लाखो के घोटाले पर वरिष्ठ अधिकारी पर्दा डाल रहे है पर मऊगंज जिले की जनपद पंचायत हनुमना मे हुऐ करोडों घोटाले मे तत्कालीन तीन सीईओ उनके विभाग के कंप्यूटर ऑपरेटर, बेड़र वा पंचायत सचिव मिलाकर कुल 15 लोगो पर धारा 409,420,120बी,के तहत अपराध दर्ज किया गया है.
Mauganj News: राम कुशल मिश्रा मऊगंज जिला अध्यक्ष के पद पर नियुक्त
जनपद पंचायत हनुमना (Hanumana Janpad) के तीन तत्कालीन सीईओ ने अपने कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर से मिलकर फर्जी बेडरो के सहारे पंचायतों मे आई करोड़ों रुपये की राशि का बंदर बाट कर लिया,जिसकी सिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की गई, अधिकारियों ने भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए भरपूर प्रयास किया. शिकायतकर्ता ने हताश होकर लोकायुक्त से सिकायत के साथ जबलपुर उच्च न्यायालय में परिवाद पत्र दायर किया.
उच्च न्यायालय ने शासन से जबाब मांगा और भ्रष्टाचार पर कार्यवाही के निर्देश दिए ,जांच उपरांत शिकायत सही पाई गई, जिसमें जनपद पंचायत हनुमना के तत्कालीन कंप्यूटर ऑपरेटर जय सिंह, तत्कालीन तीन सीईओ क्रमशः मूगाराम मेहरा,डी एल उकाश, हरिश्चंद्र दुवेद्धी,सहित कई ग्राम पंचायत के सचिव मिलाकर कुल 15 आरोपियों के खिलाफ धारा 409,420,120बी का प्रकरण हनुमना पुलिस थाने मे दर्ज किया गया है.
Harda Blast: हरदा पटाखा फेक्ट्री ब्लॉस्ट दौरान दिव्यांग पिता को बचाने गए घायल 8 वर्षीय मासूम की मौत
अधिकारी दे रहे भ्रष्टाचार को बढ़ावा
मऊगंज जिले में पदस्थ अधिकारी खुद भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं! अगर अधिकारी भ्रष्टाचार रोकने का प्रयास करते तो आज यह मामला उच्च न्यायालय जबलपुर पहुंचने से पहले कार्यवाही हो जाती,यह मामला दो वर्षों से जांच के बाद जांच पर लटका था. इसी तरह का मामला नगर परिषद मऊगंज में हुए घोटाला अधिकारियों के चौखट मे दम तोड़ रहा है.
मऊगंज नगर परिषद में हुए भ्रष्टाचार की जांच करने आये नगरीय प्रशासन विभाग ने अधिकारियों ने खुद भ्रष्टाचारियो को अपने साथ लेकर उनके भ्रष्टाचार की जांच किया. जबकी शिकायतकर्ता जाच टीम के पीछे पीछे दौड़ते नजर आये. भ्रष्टाचारियों की जड़ इतनी मजबूत हो गई है कि इनके खिलाफ कार्यवाही करना मऊगंज जिले के अधिकारियों के बस की बात अब नही रह गई है.