Mauganj News: मऊगंज में पुनर्जन्म की कहानी, जिस दिन आरोपी गिरफ्तार उसी दिन घर मे गूंजी किलकारी, पिता ने कहा पुनर्जन्म..!
मऊगंज जिले में पुनर्जन्म की कहानी आई सामने पिता ने कहा मेरे बेटे का दूसरा जन्म हुआ है पुलिस और भगवान दोनों ने मेरे साथ इंसाफ किया है

Mauganj News: इसे चमत्कार कहिए या फिर समय का चक्र कहिए, क्योंकि 11 महीने पहले 15 अगस्त 2024 को जिस नाबालिक सुमित शर्मा की चाकू से गोदकर दर्दनाक तरीके से हत्या कर दी थी, और जिस मां-बाप की कोख सूनी कर दी थी, उनके घर उसी दिन बेटे का जन्म होता है जिस दिन पुलिस हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करती है.
यह एक ऐसा सहयोग है जिसे सुनकर आज सभी हैरान है, पिता ने यह तक कह दिया कि मेरे बच्चे का दूसरा जन्म हुआ है, पिता ने यह भी कहा कि भगवान और पुलिस दोनों ने मेरे साथ न्याय किया है.
ALSO READ: MP News: मध्य प्रदेश के तीन नए जिले मऊगंज, मैहर और पांढुर्णा को चुनाव आयोग ने दी मान्यता
15 अगस्त 2024 को हुई थी हत्या
दरअसल 15 अगस्त 2024 को 17 साल के सुमित शर्मा के मोबाइल पर किसी का फोन आता है और फिर सुमित बात करने के लिए घर से बाहर निकलता है, और दोबारा कभी घर लौट कर नहीं आया, 16 अगस्त को सुबह 7:00 बजे खेत में सुमित शर्मा की लाश मिलती है, गले में चाकू के निशान, और हाथ पैर,पेट को बुरी तरह से हीटर से जला दिया गया था.
इस हत्या की वारदात में सुभाष चंद्र शर्मा का इकलौता बेटा दुनिया से चला गया और घर का चिराग बुझ गया. समय बीतता गया, कई दिन और कई महीने बीत गए, और अब सुभाष चंद्र शर्मा ने भी यह उम्मीद छोड़ दी थी कि कभी उन्हें इंसाफ मिल पाएगा.
ALSO READ: कांवड़ यात्रा के चलते सोमवार 21 जुलाई को बंद रहेंगें जिले के सभी स्कूल, आदेश जारी
11 महीने बाद तीन आरोपी गिरफ्तार
लेकिन पुलिस एक-एक करके कड़ी जोडती गई और फिर 11 महीने बाद भाजपा नेता दुर्गेश त्रिपाठी सहित तीन लोगों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार करती है और इस खूनी वारदात का सनसनीखेज खुलासा करती है.
दरअसल इस केस में जिस भाजपा नेता ने सबसे पहले पुलिस को गांव में शव मिलने की सूचना दी थी, वह व्यक्ति भी शामिल था, इस तरह से पुलिस ने हत्या के आरोप में भाजपा युवा मोर्चा रामपुर मंडल उपाध्यक्ष दुर्गेश त्रिपाठी को गिरफ्तार किया .
लेकिन इस पूरी कहानी में सबसे बड़ा मोड तब आता है जब सुमित शर्मा के पिता सुभाष चंद्र शर्मा के घर एक बेटा जन्म लेता है, यह इत्तेफाक ऐसा है कि जिस दिन इन तीन आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार करती है, उसी दिन सुभाष चंद्र शर्मा के घर बेटा होता है.
पिता ने कहा बेटे का पुनर्जन्म हुआ
मीडिया से बातचीत करते हुए नम आंखों से सुभाष चंद्र शर्मा ने बताया कि मेरे साथ भगवान और पुलिस दोनों ने इंसाफ किया है, सुभाष शर्मा के मुताबिक अब वह न्याय की उम्मीद छोड़ चुके थे लेकिन 11 महीने बाद उन्हें और उनके परिवार को न्याय मिल गया, फिलहाल अभी इस केस में हत्या का मुख्य आरोपी मृत्युंजय त्रिपाठी फरार चल रहा है जिसकी तलाश पुलिस कर रही है.