Rewa News: मुख्यमंत्री मोहन यादव के ट्वीट से मऊगंज जिले में हड़कंप, हटाए गए अपर कलेक्टर
Rewa Lokayukta News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव मऊगंज में अपर कलेक्टर द्वारा रिश्वत लेने के मामले में हुए सख्त, ट्वीट करते हुए अपर कलेक्टर को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दिए हैं
Rewa News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के एक ट्वीट से मऊगंज जिले में हड़कंप मच गया है दरअसल यह पूरा मामला मऊगंज अपर कलेक्टर अशोक कुमार औहरी (Mauganj Additional Collector Ashok Kumar Aahuri) के रिश्वत कांड से जुड़ा हुआ है, दरअसल रीवा लोकायुक्त (Rewa Lokayukta) की टीम में मऊगंज अपर कलेक्टर को ₹5000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है,
मऊगंज अपर कलेक्टर को रीवा लोकायुक्त की टीम ने उस वक्त गिरफ्तार किया जब वह एक किसान से राजस्व महा अभियान द्वारा बटंवारा का निपटारा करने के नाम पर ₹5000 की रिश्वत ले रहे थे, मऊगंज कलेक्ट्रेट कार्यालय में कलेक्टर अजय श्रीवास्तव के नाक के नीचे भ्रष्टाचार हो रहा था पर कलेक्टर को भनक तक नहीं लगी.
मऊगंज को जिला बने 1 वर्ष हो गया है लेकिन यहां मुख्यमंत्री मोहन यादव के राजस्व अभियान को अधिकारियों ने भ्रष्टाचार का जरिया बना रखा है यह कोई पहला मामला नहीं है ऐसे कई पीड़ित किसानों से मोटी रकम वसूल की गई लेकिन आज लोकायुक्त की कार्यवाही के बाद पोल खुल गई.
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मोहन यादव के ट्वीट से मऊगंज में हड़कंप
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) को जैसे ही अपर कलेक्टर द्वारा ₹5000 की रिश्वत लेने की जानकारी हुई वैसे ही उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि मध्य प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत रिश्वत लेने के मामले में अशोक कुमार ओहरी, अपर कलेक्टर, जिला मऊगंज को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है। इस प्रकरण में लोकायुक्त द्वारा कार्यवाही की जा रही है। नागरिक हितों से खिलवाड़ करने वाले किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पूर्व में भी शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी जा चुकी है कि जमीन नामांतरण, बटवारा आदि मामलों के निराकरण में गंभीरता बरतें। मध्यप्रदेश सरकार अपने नागरिकों को बेहतर, त्वरित और पारदर्शी तरीके से सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।
मध्य प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत रिश्वत लेने के मामले में अशोक कुमार ओहरी, अपर कलेक्टर, जिला मऊगंज को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है। इस प्रकरण में लोकायुक्त द्वारा कार्यवाही की जा रही है। नागरिक हितों से खिलवाड़ करने वाले किसी…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 12, 2024
दलालों का अड्डा बना मऊगंज कलेक्ट्रेट कार्यालय
मुख्यमंत्री मोहन यादव के इस ट्वीट से मऊगंज जिले में हड़कंप मच गया है वहीं अब जिले की प्रशासनिक व्यवस्था पर भी बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं, सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव (Mauganj Collector Ajay Srivastava) को यह जानकारी क्यों नहीं हुई की कलेक्ट्रेट कार्यालय में ही घूसखोरी का धंधा चल रहा है. इतना ही नहीं मऊगंज कलेक्ट्रेट में इन दिनों कई दलाल सक्रिय हैं जो कलेक्टर के नाम से भोली भाली जनता को ठगने का काम कर रहे हैं.
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डेढ़ महीने बाद रिटायर्ड होने वाले थे अपर कलेक्टर
सिर्फ ₹5000 में अपना ईमान बेचने वाले मऊगंज के अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी डेढ़ महीने बाद रिटायर्ड होने वाले थे, लेकिन ₹5000 रिश्वत के चक्कर में उन्होंने राज्य प्रशासनिक सेवा की नौकरी को दाव पर लगा दिया.
फरियादी की रिपोर्ट पर तीसरी कार्यवाही
रीवा लोकायुक्त से रिश्वतखोरी की शिकायत करने वाले फरियादी रामनिवास तिवारी की शिकायत पर यह तीसरी कार्यवाही है, रामनिवास तिवारी द्वारा इसके पहले भी पटवारी और रेवेन्यू इंस्पेक्टर द्वारा रिश्वतखोरी की शिकायत की गई थी जिस पर लोकायुक्त की टीम द्वारा पहले दो बार कार्यवाही की जा चुकी है और रामनिवास तिवारी की शिकायत पर यह तीसरी सबसे बड़ी कार्यवाही है.
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