MP News: 11 लाख का बिल पास करने के नाम पर 15% की मांग, लोकायुक्त ने 50 हजार की रिश्वत लेते दो को किया गिरफ्तार
मध्य प्रदेश के इंदौर में लोकायुक्त ने बड़ी कार्यवाही करते हुए आदिवासी विभाग के क्लर्क और सहायक आयुक्त को ₹50000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है
MP News: मध्य प्रदेश में इन दिनों लगातार रिश्वतखोरी के मामले सामने आ रहे हैं और रिश्वतखोरों पर लोकायुक्त की कार्यवाही भी लगातार जारी है. ताजा मामला मध्य प्रदेश के इंदौर से सामने आया है जहां रिटायर्ड एडिशनल कलेक्टर से आदिवासी विभाग के क्लर्क और सहायक आयुक्त ने रुका हुआ पेमेंट पास करने के बदले में पैसे की मांग की थी.
ALSO READ: बैतूल लोकसभा सीट बीएसपी प्रत्याशी अशोक भलावी की मौत के बाद बेटे को मिला टिकट
रिटायर्ड एडिशनल कलेक्टर से क्लर्क और सहायक आयुक्त ने 11 लाख रुपए का पेमेंट पास करने के बदले 15% मांगे थे इसके बाद लोकायुक्त ने ₹50000 की रिश्वत लेते दोनों को रंगे हाथ हो गिरफ्तार किया है.
इंदौर कलेक्ट्रेट कार्यालय स्थित आदिवासी विभाग के कार्यालय में यह कार्यवाही हुई है जहां सहायक आयुक्त और क्लार्क को लोकायुक्त ने ₹50000 की रिश्वत लेते रहेंगे हाथों पकड़ा है. शिकायतकर्ता विक्रम सिंह गहलोत ने लोकायुक्त से शिकायत की थी उन्होंने बताया कि पहले मैं एडिशनल कलेक्टर के पद पर पदस्थ था.
ALSO READ: रीवा बोरवेल हादसा मामले में बड़ी प्रशासनिक लापरवाही आई सामने, इन कर्मचारियों पर भी गिरी गाज
रिटायर्ड एडिशनल कलेक्टर ने बताया की मेरा इंदौर के रानी बाग स्थित मकान पर आदिवासी विकास विभाग द्वारा हॉस्टल संचालित किया जा रहा था. जिसमें हर 3 साल किराया में वृद्धि होना था किराया वृद्धि का लगभग 11 लाख रुपए बकाया था. जिसका बिल पास करने के बदले में आदिवासी विकास कार्यालय के क्लर्क उमा मर्सकोले ने सहायक आयुक्त विजय कुमार जायसवाल ने उनसे पेमेंट का 15% मंगा था.
जिसकी शिकायत विक्रम सिंह गहलोत ने लोकायुक्त से की थी शिकायत की पुष्टि होने के बाद इंदौर लोकायुक्त की टीम ने कार्यवाही करते हुए रिश्वतखोर कर्मचारियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है दोनों पर भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं के तहत कार्यवाही की गई है.
ALSO READ: एमपी बोर्ड 10वीं 12वीं रिजल्ट डेट, संभावित तारीख का ऐलान