Rewa News: रीवा पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की फिसली जुबान, इन्हें बताया अधर्मी
दिग्विजय का बीजेपी पर हमला. बोले ये है अधर्मी इनपर नही करेंगे विश्वास. राम मंदिर में स्थपित करनी थी मां कौशल्या के गोद में बाल रूप भगवान राम की प्रतिमा.
Rewa News: एक दिवसीय प्रवास पर आज मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री दिग्विज्या सिंह रीवा पहुंचे. उन्होने परकार वार्ता का आयोजन किया और अयोध्या राम मंदिर के निर्माण व प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के अयोजन को लेकर कई सवालिया निशान लगाए. दिग्विजय सिंह ने कहा की बीजेपी ने शंकराचार्य को चुनौती दी है कईयों का अपमान किया है यह अधर्मी है हम इनपर विश्वास नहीं करेंगे. पीएम मोदी पर हमलवार होते हुए पूर्व सीएम ने ईवीएम मशीन को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए है.
दिग्विजय सिंह ने उठाए राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा पर सवाल
पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा की क्या निर्माणाधीन राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हो सकती है. पीएम मोदी पर हमलावर होते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा की मोदी जी पहले खुद को यजमान बना लिया था बाद जब तय हुआ की पति और पत्नी दोनों उपस्थिति होना चाहिए तो यजमान होने के लिए तो उन्होने मै नही होऊंगा बाड़े में उन्हे विशेष यजमान का रुप दे दिया गया. इसके बाद अयोध्या के एक ब्राम्हण परिवार के जोड़े को यजमान बनाया गया. दिग्विजय सिंह ने कहा की शास्त्रों के अनुसार विधि विधान से राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का अयोजन हो जाता तो इसमें उन्हें क्या आपत्ति थी.
पीएम मोदी का लक्ष्य राम मंदिर नही, आगामी लोकसभा चुनाव है
पूर्व सीएम ने कहा की बीजेपी और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य राम मंदिर का निर्माण नही आगामी लोकसभा का चुनाव उनका लक्ष्य है. रामलला का जन्म तो रामनवमी पर हुआ था तो प्राण प्रतिष्ठा का अयोजन राम नवमी पर करते लेकिन कैसे करते क्योंकि अयोजन में प्रधान मंत्री मोदी यजमान बनकर नही जा पाते इसी लिऐ प्राण प्रतिष्ठा का अयोजन राम नवमी में न करके 22 जनवरी का मुहूर्त निकाला गया. उनका तो लक्ष्य ही लोकसभा चुनाव के चलते राम मंदिर निर्माण के मुद्दे का राजनीतिक उपयोग करना था जिसका हम सब विरोध करते है.
राम मंदिर के अयोजन को बनाया भाजपा का इवेंट
दिग्विजय सिंह ने कहा कई बीजेपी वाले कहते है की हम राम मंदिर का विरोध करते है आपने तो राम मंदिर के उदघाटन समारोह को भाजपा का इवेंट बनाकर रख दिया मोदी जी रोड शो करेंगे मोदी जी यजमान बनेंगे और ये मोहन भागवत कौन है ये क्यों जाएंगे मोहन भागवत और RSS का क्या लेना देना है सरकारी आयोजन से यह तो भारतीय संविधान के खिलाफ है. यह राष्ट्रीय न्यास है मोहन भागवत का कौन से संवैधानिक पद में है. आपने हमारे राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को क्यों आमंत्रित नही किया क्या यह उनके हाथो प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन क्यों नही कराया जा रहा है क्या आपने आदिवासियों का अपमान नही किया है.
मंदिर में स्थपित होनी चाहिए थी मां कौशल्या के हाथ में बाल रुप की मूर्ती
राम मंदिर पर स्थापित किए जानें वाली राम दरबार की प्रतिमा को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा की भगवान राम तो कौशल्या जी के गोद में बाल रुप में रहे ऐसी प्रतिमा स्थापित की जानी चाहिए थी लेकिन उन्होने राम दरबार की मूर्ती लगवा रहे है इसका चयन किसने किया यह कौन महान पुरुष थे. मंदिर का निर्माण जब पूरा हो जाएगा तब विधिवत तरीके से भगवान राम के दर्शन करने हम सब जाएंगे. हम किसी के निमंत्रण से नही जानें वाले है भगवान हमे वैसे ही बुला लेते है और हम जाएंगे.
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Evm मशीन पर खड़े किए सवाल
ईवीएम मशीन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने कई प्रश्नचिन्ह लगाए उन्होने कहा की हमे तो ईवीएम पर 2003 से ही भरोसा नही है. बटन दबाओ पता ही नही चलता की मेरा वोट कहा गया. यह मेरा और देश के हर एक नागरिक का संवैधानिक अधिकार है मै जिसे चाहूं उसको वोट दू और वो वोट मेरे हाथ में आना चाहिए ताकि हम देख सके की हमारा दिया गया वोट कोई भी मशीन जिसके सॉफ्टवेयर डाला हो वह हैक की जा सकती है ईवीएम मशीन में कौन सा सॉफ्ट वेयर है इसकी जानकारी पब्लिक को होनी चाहिए. जिसने भी मशीन में सॉफ्टवेयर डाला है क्या वह उसे हैक नही कर सकता. क्या पैसा लेकर इसकी जानकारी लीक नही कर सकता लेकिन यही सब हो रहा है. दिग्विजय सिंह ने कहा का 90 करोड़ से भी ज्यादा मतदाताओं के देश में उनके पास कौन सी दैविक शक्ति आ गई है की जिससे वह जो भी कहते है वह सही निकलता क्योंकि ईवीएम ही उनकी दिव्यशक्ति है.
बोले मै देता हु चुनौती कोई मुझसे बडा हिंदू होकर बताए
एक बार फिर राम मंदिर मुद्दे को लेकर बीजेपी पर हमलावर होते हुए पूर्व सीएम ने दिग्विजय कहा की मै चुनौती देता हू की कोई मुझसे ज्यादा हिंदू होकर बताए कितने लोगो ने नर्मदा जी की पैदल यात्रा की है ये तो नर्मदा जी की परिक्रमा हैली कॉप्टर से करेंगे गाड़ियों से करेंगे यह सब अधर्मी है जो शंकाराचार्य को चुनौती दे रहे है जिन्होंने निर्मोही अखाड़े का हक छीना है रामनुजाय संप्रदाय का अपमान किया है उन्हे निमंत्रण नही भेजा यह अधर्मी है धर्म विरोधी है इस लिऐ हम कभी इनपर विश्वास नहीं करेंगे.