Mauganj News: मऊगंज जिले में बनेंगे नए पुलिस थाने, खुलेंगी नई पुलिस चौकियां, एसपी ने दी जानकारी
मऊगंज जिले में अब पुलिस थानों की संख्या बढ़ाने जा रही है इसके साथ ही नई पुलिस चौकिया को खोलने का प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय भेजा गया है,

Mauganj News: बेलगाम हुई मऊगंज जिले की कानून व्यवस्था पर लगाम लगाने के उद्देश्य से एक बड़ा फैसला लिया गया है, जिसके तहत मऊगंज जिले में अब पुलिस थानों की संख्या बढ़ाने जा रही है इसके साथ ही नई पुलिस चौकिया को खोलने का प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय भेजा गया है,
गौरतलाप है कि जिला बनने के बाद से ही मऊगंज में शनि की साढ़ेसाती का प्रकोप जारी है, जिसका परिणाम यह है कि मऊगंज जिले में लगातार एक के बाद एक कांड हो रहे हैं,
कभी शिखा कांड तो कभी पुलिस पिटाई कांड तो कभी महादेवन दंगा कांड और गडरा कांड जैसी घटनाएं पूरे देश भर में सुर्खियां बटोर रही हैं, लिहाजा अब सरकार को भी लगने लगा है कि मऊगंज जिला लगाम से बाहर होता चला जा रहा है.
शनि के साढ़ेसाती के प्रकोप को दूर करने के उद्देश्य से सरकार ने जिले में नए कलेक्टर एसपी की पदस्थापना कर दी है, जिसके बाद साढ़ेसाती का प्रकोप पूरी तरह से खत्म तो नहीं हुआ लेकिन धीमा जरूर पड़ने लगा है,
लेकिन अब नए पुलिस चौकी और थाने खुलने के बाद शासन का अनुमान है कि अपराधों में लगाम लग सकेगी और कानून व्यवस्था बेहतर होगी.
मऊगंज पुलिस अधीक्षक दिलीप कुमार सोनी ने चर्चा करते हुए बताया कि मऊगंज जिले में मौजूद पिपराही, खटखरी, भीर और हाटा पुलिस चौकी को पुलिस थाने में उन्नयन किया जाएगा,
इसके अलावा सीतापुर, बहेराडाबर, जड़कुड, पहाड़ी और बहुती में नई पुलिस चौकी खोली जाएगी. इसके साथ ही SF की दो बटालियन की भी मांग की गई है. जिसके बाद मऊगंज जिले में कुल 9 पुलिस थाने और 5 पुलिस चौकियां हो जाएगी.
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव मई महीने के आखिरी सप्ताह तक देवतालाब में एक जनसभा को संबोधित कर सकते हैं, इस दौरान मऊगंज जिले को कई बड़ी सौगात मिल सकती हैं, जिसमें से पुलिस थाना, पुलिस चौकी और SF बटालियन भी शामिल है.
दोस्तों एक बात गौर करने वाली है कि मऊगंज जिले के लगभग 60% से अधिक अपराध नशे के चलते घटित हो रहे हैं, चाहे वह नशा काफसिरप का हो या फिर गांव-गांव चल रही शराब की पैकारी और गांजा का हो, यह कहना गलत नहीं होगा कि अब तक पुलिस गांव में बिक रहे नशे पर लगाम लगाने में पूरी तरह से नाकाम है.
जिसका ताजा उदाहरण यह देखने को मिला है कि मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और विकास पुरुष राजेंद्र शुक्ल के गृह ग्राम ढेरा में उनके ही घर के समीप धड़ले से शराब की बिक्री हो रही है, जिसका वीडियो भी सामने आया लेकिन अब तक इस पूरे मामले पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई. ऐसा लगता है कि जैसे पूरा सिस्टम ही नशा तस्करों के आगे नतमस्तक हो चुका है.