भोपाल नहीं अब इस शहर में भेजे जाएंगे रीवा शहडोल और बालाघाट जोन के DNA सैंपल, जल्द मिल सकेगी रिपोर्ट
राजधानी भोपाल की जगह अब सागर में भेजे जाएंगे रीवा शहडोल और बालाघाट जोन के सभी DNA सैंपल, जल्द मिल सकेगी जांच रिपोर्ट
रीवा, शहडोल और बालाघाट जोन के थानों में दर्ज होने वाले आपराधिक मामलों के डीएनए परीक्षण अब भोपाल के बजाए सागर में होंगे. भोपाल में DNA परीक्षण की संख्या बढने के बाद यह कदम उठाया गया है. नई व्यवस्था से अब जांच रिपोर्ट जल्दी मिलने की संभावना है.
रीवा जोन के विभिन्न अपराधों में DNA सेंपल अभी भोपाल की आरएफएसएल शाखा में जमा कराए जाते थे. जहां प्रकरणों की संख्या बढ़ने से जांच में विलंब हो रहा है. जिन प्रकरणों में अर्जेंट का लेटर लगा होता है उसमें रिपोर्ट जल्दी मिल जाती है लेकिन अन्य में एक साल तक का समय लगने से विवेचना पूरी नहीं हो पा रही थी.
ऐसे में तीन जोन का डीएनए परीक्षण के लिए सागर लैब को अधिकृत कर दिया गया है। रीवा, शहडोल व बालाघाट जोन के सभी जिलों की रिपोर्ट अब सागर लैब में जांच के लिए जमा कराई जाएगी. वर्तमान में सागर लैब में पेडिंग मामलों की संख्या कम है. जिसे देखते हुए शासन ने यह कदम उठाया है.
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इन जिलों को मिल सकेगी रहता
अब तक सभी आपराधिक मामलों के DNA सैंपल राजधानी भोपाल में भेजे जाते हैं. जिसके कारण जांच रिपोर्ट को आने में काफी लंबा वक्त लग जाता है. लेकिन सागर में DNA सैंपल की जांच हो जाने से जांच रिपोर्ट जल्दी मिलेगी. इसके बाद रीवा जोन के रीवा, सीधी, सिंगरौली, सतना, मऊगंज व मैहर, शहडोल जोन के शहडोल, अनूपपुर, उमरिया व बालाघाट जोन के बालाघाट, मंडला डिंडोरी जिलों को राहत मिल सकेगी.
जल्द मिलेगी जांच रिपोर्ट
शासन की इस नई व्यवस्था से अब जांच रिपोर्ट जल्दी मिलेगी. रीवा जिले में अभी तक 2022 के कई प्रकरण लंबित हैं जिनकी DNA रिपोर्ट नहीं आई है. अब सागर लैब में प्रकरण जांच के लिए भेजे जा रहे हैं जिससे जांच रिपोर्ट भी जिलों को शीघ्रता से मिल जाएगी. इससे विवेचकों को लंबित प्रकरणों का समय सीमा के अंदर निराकरण करने में मदद मिलेगी.
अभी भोपाल जाते है रीवा, शहडोल और बलाघाट जोन के सैम्पल
पुलिस विभाग द्वारा बलात्कार, हत्या व अज्ञात शवों की पहचान के लिए DNA परीक्षण करवाया जाता है. शव जब क्षतविक्षत अवस्था में मिलता है तो उसकी पहचान के लिए DNA परीक्षण ही उपाय है. इसके अतिरिक्त हत्या के मामलों में जब आरोपी के कपड़ों पर खून मिलता है तो उसमें DNA परीक्षण होता है. नाबालिग किशोरी से बलात्कार के सभी मामलों में डीएनए परीक्षण करवाया जाता है. रीवा मऊगंज जिले से हर माह 8 से 12 DNA सेंपल भेजे जाते हैं.
रीवा में भी शुरू होगी FSL लैब
रीवा में भी FSL की लैब जल्द शुरू होगी. पुलिस लाइन परिसर में सर्व सुविधा युक्त भवन बनकर तैयार हो गया है. यहां लैब शुरू होने के बाद रीवा व शहडोल संभाग के प्रकरणों की जांच होगी. इसमें बिसरा परीक्षण, DNA परीक्षण, रक्त परीक्षण सहित अन्य तरह की जांच होगी.
रीवा एसपी विवेक सिंह ने कहा है कि DNA परीक्षण के लिए सेंपल भोपाल के बजाए सागर लैब भेजने का आदेश जारी किया गया है. उक्त आदेश के बाद सारे प्रकरण अब जांच के लिए सागर भेजे जा रहे हैं. रीवा में भी FSL यूनिट शुरू करने का काम तेजी से चल रहा और जल्द यहां पर जांच शुरू हो जाएगी.
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