Hybrid Car Tax: टाटा को है हाइब्रिड कारों से खतरा, जानिए आखिर क्यों
आखिर टाटा क्यों नहीं चाहती की हाइब्रिड कारों पर टैक्स कम हो
Hybrid Car Tax: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभियान के तहत भारत मे प्रदूषण को कम करना और इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा देना है जिसके भारत मे बढ़ रहें वायु प्रदूषण को काफी कम किया जा सके इसलिए इलेक्टिक कारों में टैक्स को भी काफी कम रखा गया है जिससे इलेक्ट्रिक कार सस्ती हों और ज्यादा से ज्यादा लोग खरीद पाएं. ऐसे में टाटा ने सरकार से यह आग्रह किया है कि हायब्रिड कारों में टैक्स को कम न किया जाए.
विस्तार
भारत में हर कोई इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा दे रहा है जिसमे से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाये गए अभियान के तहत प्रदूषण को कम करना और इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा देना है. भारत के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी सोशल मीडिया या न्यूज़ के माध्यम से यह कहतें दिखाई दे ही जातें हैं कि इलेक्ट्रिक कार भारत में प्रदूषण को कम करने के लिए काफी जरूरी है. इस लिए इलेक्ट्रिक कारों में सरकार ने काफी कम टैक्स लगाया है जो 5% है. अब ऐसे में टाटा मोटर्स ये चाहती है कि हायब्रिड कार में टैक्स न कम हो. इसलिए टाटा ने सरकार से यह आग्रह किया है की हाइब्रिड कारों पर टैक्स को कम ना किया जाए. जबकि टोयोटा काफी दिन से यह चाहता है की हाइब्रिड कारों में टैक्स कम हो जिससे हाइब्रिड कार सस्ती हो सके.आपको बता दें हाइब्रिड कारों में 43% परसेंट का टैक्स लगता है और वही पेट्रोल कारों में 48% का टैक्स लगता है.
FASTAG KYC: फास्टैग को लेकर लागू हुआ नया नियम अगर नही किया ये काम तो देना पड़ेगा दोगुना टोल
हायब्रिड कारों पर टैक्स पेट्रोल कारों से थोड़ा ही कम लगना यह बजह जापानी वाहन निर्माता Toyota जैसे बड़ी कंपनियों को परेशान कर दिया है। टोयोटा ने Toyota Prius की काफी ज्यादा प्रमोशन की थी जिसका एक मकसद हाइब्रिड कारों को लोकप्रिय बनाया भी था. टोयोटा पिछले साल से ही कोशिश कर रहा है कि भारत में हायब्रिड कारों के टैक्स में कटौती की जाए. टोयोटा का कहना है कि डीजल और पेट्रोल कारों की तुलना में हाइब्रिड कारें कार्बन उत्सर्जन कम करती हैं.भारत के व्यापार विभाग ने टोयोटा के पक्ष में पिछले महीने एक आंतरिक नोट में हाइब्रिड कारों पर टैक्स को तर्कसंगत बनाने का आग्रह किया था,
ऐसे में टाटा भी कहाँ पीछे रहने वाला है. टाटा ने अधिकारियों से मुलाकात की और भारत के व्यापार विभाग को एक पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया कि देश वायुप्रदूषण के कारण वायु की गुणवत्ता के संकट का सामना कर रहा है, जिस वजह से हाइब्रिड कारों को प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि उन पर पहले से ही गैसोलीन कारों की तुलना में कम टैक्स लगाया जाता है.
टाटा कभी नही चाहेगा कि हाइब्रिड कारों पर टैक्स कम हो क्योंकि टाटा कोई भी हाइब्रिड कार नही बेचता.अब ऐसे में हाइब्रिड कार के लिए टोयोटा को कौन नही जानता. अगर टोयोटा की हाइब्रिड कार में टैक्स को कम किया जाएगा तो शायद इससे खतरा टाटा की इलेक्ट्रिक कारों पर हो सकता है इसलिए टाटा कभी नहीं चाहेगा कि भारत में हाइब्रिड कारों का भी चलन हो. टाटा इलेक्ट्रिक कार के बाजार में एक तरफा राज करता है आज भारत में अगर सेल्स की बात करें तो सबसे ज्यादा टाटा की इलेक्ट्रिक कारों की सेल्स हैं. और आज भारत मे इलेक्ट्रिक कार का मार्केट शेयर 72% टाटा के पास ही है इसलिए टाटा कभी नहीं चाहता कि हाइब्रिड कार की वजह से इलेक्ट्रिक कार की सेल्स पर असर आए. अगर आप टाटा मोटर्स के संबंध में और अधिक जानकारी चाहते हैं तो यहां पर क्लिक कर सकते हैं.
Royal Enfield Himalayan के छक्के छुड़ाने आ रही है Honda की यह शानदार बाइक, हैरान कर देंगे फीचर्स
2 Comments