MP Vyapam Ghotala: व्यापम घोटाला मामले में 10 साल बाद कोर्ट ने 07 आरोपियों को सुनाई सजा, इस तरह से हुआ था फर्जीवाड़ा
MP News: मध्य प्रदेश व्यापम घोटाला मामले में 10 साल बाद 07 आरोपियों को कोर्ट ने सजा सुना दी है विशेष सीबीआई अदालत के न्यायाधीश नीतिराज सिंह सिसोदिया की बेंच ने बड़ा फैसला सुनाया है.
MP Vyapam Ghotala: मध्य प्रदेश का बहुचर्चित व्यापम घोटाला मामले में कोर्ट ने बड़ा फैसला सुना दिया है. करीब 10 साल पहले प्रदेश में हुए पुलिस आरक्षक भर्ती घोटाला मामले में अदालत ने मंगलवार को फैसला सुनाया है.
व्यापम घोटाला मामले में मुरैना जिले के सात आरोपियों को 7-7 साल के सश्रम कारावास और 10-10 हजार रुपए जुर्माने से दडित किया गया है. कोर्ट ने 12 बिचौलियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया. जिला प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट नीतिराज सिंह सिसोदिया की बेंच ने टिप्पणी की “आरोपियों ने कूट रचना कर एवं परीक्षा में सॉल्वर के जरिए आरक्षक की नौकरी हथियाई थी”.
मध्य प्रदेश व्यापम घोटाला मामले में वर्ष 2013 में कुल 21 आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया था जिसकी जांच वर्ष 2015 में सीबीआई को सौंप दी गई थी सीबीआई ने 75 गवाहों वा 450 सबूत के आधार पर 19 आरोपियों की केस डायरी तैयार करते हुए कोर्ट में पेश किया था. इस मामले में सीबीआई ने 12 के खिलाफ सबूत जुटाने एवं 3 साल्वरो को गिरफ्तार करने में नाकाम रही.
इन धाराओं में हुई कार्यवाही -MP Vyapam Ghotala
मध्य प्रदेश व्यापम घोटाला (MP Vyapam Ghotala) मामले में विशेष सीबीआई अदालत के न्यायाधीश नीतिराज सिंह सिसोदिया भारतीय दंड संहिता आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120B और मध्य प्रदेश मान्यता प्राप्त शिक्षा (MPRE) अधिनियम के तहत 05 उम्मीदवारों और 02 साल्वरों को दोषी ठहराया है. जिनकी पहचान मुकेश रावत, आशीष शर्मा, सुनील त्यागी, वासुदेव त्यागी, अजब सिंह के रूप में की गई है.
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इसी तरह से 02 सॉल्वर की पहचान अवधेश गोस्वामी और सुनील श्रीवास्तव के रूप में की गई है. आरोपियों ने बिचौलियों की मदद से किसी अन्य व्यक्ति (सॉल्वर) को परीक्षा में बैठ कर परीक्षा पास की थी. परीक्षार्थी अजब सिंह की जगह पर सॉल्वर अवधेश गोस्वामी परीक्षा दे रहे थे वही मुकेश रावत की जगह पर सुनील श्रीवास्तव परीक्षा में बैठे थे. आशीष शर्मा वासुदेव त्यागी सुनील त्यागी की जगह पर कोई अन्य व्यक्ति लिखित परीक्षा में बैठा था. इन पांचो उम्मीदवारों ने पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पास की थी.